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टीम का प्रदर्शन: हाल के मैचों में टीम का प्रदर्शन, घायल खिलाड़ी, टीम घर पर खेलेगी या बाहर जैसे कारक बाधाओं को निर्धारित करने में भूमिका निभाते हैं।
<वह>आंकड़े: डेटा जैसे कि पिछले मैचों में प्राप्त परिणाम, दो टीमों के बीच खेले गए मैचों के परिणाम और खिलाड़ी के आंकड़े देखे जाते हैं।
<वह>समाचार और विकास: टीम में अंतिम समय में होने वाले घटनाक्रम, खिलाड़ियों का स्थानांतरण, कोच परिवर्तन जैसे कारक भी दरों को प्रभावित कर सकते हैं।
<वह>बाज़ार की गतिशीलता: सट्टेबाजी कंपनियाँ इस आधार पर बाधाओं को समायोजित कर सकती हैं कि खिलाड़ी किस परिणाम पर कितने पैसे का दांव लगाते हैं। यदि बहुत से लोग एक ही परिणाम निभाते हैं, तो उस परिणाम की संभावना कम हो सकती है।
<वह>मार्जिन: सट्टेबाजी कंपनियां अपने मुनाफे की गारंटी के लिए ऑड्स में मार्जिन जोड़ती हैं।
सट्टेबाजी करते समय, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ये संभावनाएं पूरी तरह से सटीक नहीं हैं और भिन्न हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, जुआ और सट्टेबाजी में वित्तीय जोखिम होता है और इसकी लत लग सकती है। आपको केवल उसी पैसे पर दांव लगाना चाहिए जिसे आप खो सकते हैं।